मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक ( ) से आजादी दिलाने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बार फिर कदम
उठाने जा रही है. गुरुवार को लोकसभा में तीन बदलाव के साथ आए मुस्लिम महिला
विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2018 बिल पर चर्चा होगी. मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक ( ) से निजात दिलाने के लिए
मोदी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. गुरुवार को एक बार फिर लोकसभा में
'मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2018' पर चर्चा हो सकती है.
सरकार और विपक्ष के बीच इस विधेयक पर पिछले सप्ताह सदन में चर्चा के लिए
सहमति बनी थी. बीजेपी और कांग्रेस ने लोकसभा के अपने सदस्यों को व्हिप जारी
करके चर्चा के दौरान सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा चुकी हैं.
गौरतलब है कि मोदी सरकार तीन तलाक बिल को पिछले साल लाई थी, बिल लोकसभा में चर्चा के बाद पास भी हो गया था. लेकिन कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के विरोध के चलते वह बिल राज्यसभा में पास नहीं हो पाया था.
विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों और उनके पतियों द्वारा एक बार में 'तलाक, तलाक, तलाक' बोलकर तलाक देने पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार ने तीन महत्वपूर्ण संशोधन के साथ दूसरी बार 'मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2018' लाई है. सरकार इस विधेयक को पिछले हफ्ते पास कराना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों द्वारा राफेल सौदे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच समेत अन्य मांगों को लेकर हुए हंगामे के चलते बिल पर चर्चा नहीं हो सकी थी.
बुलंदशहर में आवारा पशुओं के फसल बर्बाद करने से किसान बेहद परेशान हैं. किसान सर्द रात में खेत के पास पशुओं से अपनी फसल बचाने के लिए रातभर जागने को मजबूर हैं. एक किसान ने एएनआई से कहा कि हमारी फसल लगातार बर्बाद हो रही है, हम बहुत चिंतित हैं.
गौरतलब है कि मोदी सरकार तीन तलाक बिल को पिछले साल लाई थी, बिल लोकसभा में चर्चा के बाद पास भी हो गया था. लेकिन कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के विरोध के चलते वह बिल राज्यसभा में पास नहीं हो पाया था.
विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों और उनके पतियों द्वारा एक बार में 'तलाक, तलाक, तलाक' बोलकर तलाक देने पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार ने तीन महत्वपूर्ण संशोधन के साथ दूसरी बार 'मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2018' लाई है. सरकार इस विधेयक को पिछले हफ्ते पास कराना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों द्वारा राफेल सौदे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच समेत अन्य मांगों को लेकर हुए हंगामे के चलते बिल पर चर्चा नहीं हो सकी थी.
के नाम पर कहीं भी कभी भी हो रहे हमलों
से लोगों में दहशत का माहौल है. उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर खुले में घूम
रही गायें खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं, लेकिन किसान उसके खिलाफ
कुछ भी कर पाने की स्थिति में नहीं हैं और भीषण ठंड में खेत में आवारा
गायों से अपने फसल को बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि
इस संबंध में शिकायत के बाद भी प्रशासन की ओर से कुछ नहीं किया जा रहा.
केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से गायों की रक्षा का मामला बेहद
संजीदा हो गया है. हाल के दिनों में गाय से जुड़ी कई हिंसात्मक गतिविधियां ने किसानों को डरा दिया है. किसान आवारा गायों के खिलाफ कुछ भी कर पाने की
स्थिति में नहीं हैं. यूपी के बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और अलीगढ़ समेत कई
जिलों के किसान गायों के फसल बर्बाद करने से बेहद परेशानी में हैं और किसान
उन्हें पास के स्कूल में बंद करने को मजबूर हो रहे हैं.बुलंदशहर में आवारा पशुओं के फसल बर्बाद करने से किसान बेहद परेशान हैं. किसान सर्द रात में खेत के पास पशुओं से अपनी फसल बचाने के लिए रातभर जागने को मजबूर हैं. एक किसान ने एएनआई से कहा कि हमारी फसल लगातार बर्बाद हो रही है, हम बहुत चिंतित हैं.